कोलेस्ट्रॉल की जानकारी लक्षण और उपाय

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By nitin nar…

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए करें ये उपाय कोलेस्ट्रॉल कम करे –और लक्षण

आज की तेजी से भागती दुनिया में हर किसी का स्वास्थ्य संघर्ष कर रहा है।  कभी थकान महसूस होती है तो कभी ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ जाता है।  इस सब में हमें पता ही नहीं चलता कि वास्तव में हुआ क्या है।  लेकिन ये सभी लक्षण तब दिखते हैं जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है।  इन उपायों को अपनाकर आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।  भागदौड़ भरी जीवनशैली और अनियमित खान-पान की वजह से आजकल बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर समस्या बन गया है।  रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 67 फीसदी से ज्यादा लोग हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं।  ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरों में यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।  बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के कारण आपको हाई बीपी, हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज जैसी कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

 देश में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को देखते हुए सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कुछ खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगा दिया है।  सीडीसी के मुताबिक इन चीजों को खाने से न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है बल्कि दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है।

 कोलेस्ट्रॉल क्या है?

  कोलेस्ट्रॉल क्या है?

 कोलेस्ट्रॉल एक मोमी पदार्थ है जो रक्त वाहिकाओं में बनता है।  रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है।  बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल शरीर में रक्त संचार को रोक सकता है।  यह सच है कि धमनियों में खून का बहाव धीमा होने से दिल से जुड़ी बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा रहता है

 कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है?

  कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है?

 किसी भी सामान्य व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का मुख्य कारण खान-पान की गलत आदतें होती हैं।  जंक फूड का सेवन भारत में उच्च कोलेस्ट्रॉल के सभी मामलों का मुख्य कारण बताया जाता है।  अच्छी डाइट और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर ही कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है।

 कोलेस्ट्रॉल के लक्षण

 हर समय थकान महसूस होना

 उल्टी करना

 रक्तचाप में अचानक वृद्धि

 छाती में दर्द

 शरीर के निचले भाग में शीतलता

 कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए करें ये काम

 रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल कम करने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका संतृप्त वसा और ट्रांस वसा से बचना है।  उच्च कोलेस्ट्रॉल संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जो रक्त वाहिकाओं में रुकावट पैदा करते हैं।  इसके अलावा, यह दिल का दौरा, दिल का दौरा पड़ सकता है।

 कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए इन चीजों से दूर रहें

 रोजाना के खाने में नमक हो या चीनी, दोनों का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।  बहुत कम नमक (सोडियम) और चीनी के साथ अपने आहार में दूध, पनीर और दही, साबुत अनाज, फल, सब्जियां और लीन मीट शामिल करें।  ये सभी चीजें आंखों, दिल और किडनी के लिए भी फायदेमंद मानी जाती हैं।

 शराब और धूम्रपान दोनों ही रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।  धूम्रपान रक्त कोशिकाओं में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।  सीडीसी के अनुसार शराब के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ सकता है।  इसलिए पुरुषों और महिलाओं को अधिक मात्रा में शराब नहीं पीनी चाहिए।

 कोलेस्ट्रॉल रक्त में पाया जाने वाला एक मोमी पदार्थ है और शरीर के सामान्य कामकाज के लिए एक निश्चित मात्रा में कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है।  कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं, अच्छा (एचडीएल कोलेस्ट्रॉल) और खराब (एलडीएल कोलेस्ट्रॉल)।  खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने पर दिल की सेहत को खतरा होता है कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए कुछ जरूरी घरेलू नुस्खे बताए गए हैं।  खराब आहार, व्यायाम की कमी, गतिहीन जीवन शैली, मोटापा, मधुमेह, हाइपोथायरायडिज्म, मानसिक तनाव, आनुवंशिकता, सिगरेट-शराब जैसे व्यसन कई कारणों से रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं।  100 मिलीग्राम/डीएल से ऊपर खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर खतरनाक है।  इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याएं होती हैं। इसके कारण आजकल अकाल मृत्यु की दर में वृद्धि हुई है।  इसलिए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करना जरूरी है।इसके लिए उपयोगी कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय नीचे दिए गए हैं।  

कोलेस्ट्रॉल कम करने के 7 सरल घरेलू उपचार –

 1) अलसी –

 अलसी रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है।  रोजाना 3 चम्मच अलसी की चटनी खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल को 20% तक कम किया जा सकता है।  तो दिल के लिए जरूरी गुड कोलेस्ट्रॉल 15% तक बढ़ जाता है।  साथ ही, अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो अच्छे हृदय स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।  इसलिए अलसी खाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।  इसलिए कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अलसी की चटनी को खाने में जरूर शामिल करना चाहिए।कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अलसी का उपाय बहुत ही उपयोगी है।

 2) लहसुन –

लहसुन खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है।  लहसुन की दो से तीन कली रोजाना खानी चाहिए क्योंकि लहसुन रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम करता है जो शरीर के लिए हानिकारक होता है।  कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए लहसुन फायदेमंद होता है

 3) अखरोट –

छोले रोजाना अखरोट खाने से रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलती है।  साथ ही, अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।  इसलिए कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए अखरोट खाना फायदेमंद होता है।  

4) जैतून का तेल –

 जैतून का तेल मोनोअनसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर होता है।  इसलिए जैतून का तेल खाने से अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है।  इससे भविष्य में हृदय रोग, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।

 5) किशमिश और बादाम –

 10 किशमिश और 4 बादाम रात भर पानी में भिगो दें।  सुबह उठकर भीगे हुए बादाम को छीलकर खाली पेट खा लें।  यह घरेलू उपाय कोलेस्ट्रॉल कम करने में उपयोगी है।  6) ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ –

 ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।  यह रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और इससे हृदय रोग का खतरा भी कम होता है।  इसलिए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे सैल्मन, टूना, अखरोट, कैनोला ऑयल, सोयाबीन, तिल के तेल को खाने में शामिल करना चाहिए।

 7) विटामिन सी से भरपूर फल –

विटामिन-सी और साइट्रिक एसिड से भरपूर फल कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में अधिक उपयोगी होते हैं।  कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आंवला, संतरा, नींबू, नींबू, अनार जैसे फल खाएं।

 कोलेस्ट्रॉल की सही मात्रा-

एचडीएल यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल 60 मिलीग्राम/डीएल से ज्यादा होना चाहिए और एलडीएल खराब कोलेस्ट्रॉल 100 मिलीग्राम/डीएल से कम होना चाहिए।

 साथ ही नियमित जांच करें..

यदि आपको उच्च रक्तचाप, मोटापा, मधुमेह या थायरॉयड की समस्या है, तो साल में कम से कम एक बार नियमित कोलेस्ट्रॉल जांच करवाएं।  साथ ही 20 साल की उम्र के बाद सभी को हर पांच साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल का लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। सावधान रहना बहुत जरूरी है ऐसा कुछ लगे तुरत डॉक्टर जाना… 

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Published by Nitin Nar

I am blogger and affiliate marketer before six month and social media marketing and working job office assistant.

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